Dola Vihar Stotram
बर्म्हरुद्रमहेन्द्रादि वन्द्यदिव्यपदाम्बुज ।डोलाक्रीडाविहारेण दिव्यानन्दं प्रदेहि न: ।।१।। बहुश्रीतेजसा भक्तह्रत्तमोनाशक प्रभो ।डोलाक्रीडाविहारेण दिव्यानन्दं प्रदेहि न: ।।२।। स्वदिव्यजन्मना देव वासिष्ठकुलवर्धक ।डोलाक्रीडाविहारेण दिव्यानन्दं प्रदेहि न: ।।३।। ज्ञानाभयप्रदानाय वैकुण्ठद्भुवमागत ।डोलाक्रीडाविहारेण दिव्यानन्दं प्रदेहि न: ।।४।। सच्चिदानन्द गोविन्द दिव्यबालक माधव ।डोलाक्रीडाविहारेण दिव्यानन्दं प्रदेहि न: ।।५।। मूर्तिमद्दिव्यलावण्य श्रीमन् मङ्गलसद्गुण ।डोलाक्रीडाविहारेण दिव्यानन्दं प्रदेहि न: ।।६।। कृपापूर्णकटाक्षेण शरणतान्विलोकयन् ।डोलाक्रीडाविहारेण दिव्यानन्दं प्रदेहि न: ।।७।। दिव्यलीलाविलासेन … Read more